रतन टाटा – एक प्रकाश स्तंभ : शांतनु नायडू

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Description

Ratan Tata – Ek Prakash Stambh में रतन टाटा के मानवीय पहलुओं का एक अद्भुत कथाचित्र प्रस्तुत किया गया है। लेखक शांतनु नायडू ने इस पुस्तक में यह स्पष्ट किया है कि जब वह किताब लिखेंगे, तो वह केवल ऐतिहासिक घटनाओं या व्यवसाय के महत्वपूर्ण आयामों तक सीमित नहीं रहेगी। वह रतन टाटा के जीवन के उन पहलुओं को उजागर करना चाहते थे, जो दुनिया के सामने नहीं आए हैं।

इसमें रतन टाटा और शांतनु नायडू के बीच की दोस्ती का विकास एक विशेष विशेषता है। दोनों के दिल में बेसहारा कुत्तों के प्रति गहरी संवेदना थी, जिसने एक बेमेल-सी दोस्ती को जन्म दिया। शांतनु, जो एक युवा ऑटोमोबाइल डिज़ाइन इंजीनियर हैं, ने 2014 में सड़कों पर रहने वाले बेसहारा कुत्तों को बचाने के लिए एक अनोखी पहल की। रतन टाटा, जो खुद भी इन बेसहारा कुत्तों के प्रति संवेदनशील हैं, ने न केवल इस परियोजना में निवेश किया, बल्कि शांतनु के प्रिय मित्र बन गए और इसके संरक्षक के रूप में भी कार्य किया।

यह पुस्तक एक युवा और जीवन के आठ दशक पूरे कर चुके बुजुर्ग के बीच अनूठे रिश्ते का ईमानदार और सहज वृत्तान्त प्रस्तुत करती है। यह भारतीयों के दिल में बसे महानायक के जीवन की एक झलक दिखाती है, जिसमें उनकी मानवीयता, संवेदनशीलता और समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की कहानी है। इस प्रकार, Ratan Tata – Ek Prakash Stambh न केवल रतन टाटा के व्यवसायिक जीवन का वर्णन करता है, बल्कि उनके मानवीय पहलुओं को भी उजागर करता है, जो पाठकों को प्रेरित और प्रभावित करता है।

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